गोपाल तेरी गैया रो - रो कर यह बतला रही
जिनके तुम बने थे ग्वाले तेरे ही देश में काटी जा रही
मैंने अपना दूध पिलाकर , जिन्हें इतना बड़ा बनाया
उन मेरी ही अपनों ने अपनों के हाथों कटवाया
ऐ हिंद देश के लोगो सुन लो मेरी करुण कहानी
... गौ हत्या बंद करो रे मत करो तुम नादानी
जब सब को दूध पिलाया गौ माता कहलाई
फिर किस अपराध के बदले मुझे काटे आज कसाई
मेरा कोई साथ न देता मैंने सबकी प्रीत पहचानी
गौ हत्या बंद करो रे मत करो तुम नादानी
जब जाऊं कसाई खाने , चाबुक से पीटी जाती
फिर उबले जल से मेरी , चमड़ी उतार ली जाती
जब अंत मौत का आता , मत पूछो रे मेरी करुण कहानी
गौ हत्या बंद करो रे मत करो तुम नादानी
जिसे अपनी कहते थे मोहन वह हुई है आज पराई
सच्चिदानंद बन तुमने , कैसी लीला दिखलाई
कटती बाजार सडको पर , करते हैं सब मनमानी
गौ हत्या बंद करो रे मत करो तुम नादानी
यह हमें ही तय करना पड़ेगा की बिहारीजी की सच्ची सेवा क्या है !
हम बिहारीजी के दर्शन के लिए वृन्दावन तो जाते हैं पर जो गौ माता बिहारीजी को इतनी प्रिय है उसकी रक्षा के लिए आगे नहीं आते…....वंदे गौ मातरम