Head Line News

|

http://www.abvbss.com

Santh Shree Murlidhar Ji Vaishnav

19 अग॰ 2015

गाये गीत,झूले भी झूले और राधा-कृष्ण ने रचाई रास , हिन्दुस्थान संगिनी क्लब के आयोजन में उमडी भीड |


दमोह /    जहां एक ओर सावन के गीत गाये जा रहे थे तो वहीं राधा-कृष्ण के रूप में सुसज्जित नन्हे मुन्हें बच्चे क्रीडा एवं रास रचाने के साथ झुलों पर झूल रहे थे महिलायेें हाथों में मेंहदी रचा रही थीं। जी हां एैसा ही कुछ नजारा था हिन्दुस्थान संगिनी क्लब के आयोजन में  जहां सैकडों लोगों की भीड ने सावन का आनंद रिमझिम फुहारों के बीच लिया। स्थानीय पं.दीनदयाल स्मृति पार्क जटाशंकर के प्रांगण में घने एवं पुष्पों के मध्य आयोजित उक्त आयोजन के दौरान एवं प्राकृतिक छटा देखने को मिली। कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान राधा कृष्ण को नमन के साथ प्रांगण में स्थित पं.दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्पमाल पहनाके के किया गया। कार्यक्रम की मुख्यातिथि समाजसेवी श्रीमती रितु दुआ,वि.अ.श्रीमती मनीषा मदान एवं अध्यक्ष श्रीमती सुशीला सिरोठिया का पुष्पहार से संयोजक समाजसेवी,रंगकर्मी एवं पत्रकार डा.श्रीमती हंसा वैष्णव,सहसंयोजक श्रीमती अलका मिश्रा,कंचन असाटी,प्रभात मिश्रा,शिखा गुप्ता,कल्पना श्रीवास्तव,कृष्णा मिश्रा,बबिता दुबे,सविता सोनी एवं कु.कीर्ति वैष्णव सहित क्लब से जुडी अनेक सदस्यों ने पुष्पहारों से स्वागत किया। इसी क्रम में कमला,पूजा एवं रिकी गुप्ता ने सावन के पारंपरिक गीतों को गाकर जहां अतिथियों का स्वागत किया एवं यह क्रम बहुत देर तक चलता रहा। आयोजन के प्रयोजन की जानकारी डा.श्रीमती वैष्णव ने देते हुये कहा कि उक्त आयोजन के पीछे का उद्ेश्य विलुप्त होती भारतीय परंपराओं से परिचित कराने तथा युवाओं को जोडने तथा परिचित कराने का था। पूर्व में सावन माह में महिलाओं द्वारा जहां गीतों के साथ आम एवं अन्य वृक्षों पर झुलों को डालकर झुला झुलती थीं। प्रकृति के समीप होने का अनुभव एवं उससे प्रेम तथा वृक्षारोपण और अपने प्रियतम को याद करना इन गीतों में होता था। विभिन्न प्रकार की कल्पनाओं के साथ ही कान्हा एवं राधा के गीत भी इसमें होते थे। वहीं मेंहदीं तथा श्रृगांर भी इसका एक हिस्सा होता था। कुछ इसी परंपराओं से परिचित कराने के लिये उक्त आयोजन किया गया था। जहां महिलाओं ने सोलह श्रृगांर किये तो मेंहदी भी लगायी,झुलों का आनंद लिया तो गीतों को भी गाया। पारंपरिक झुलों के साथ ही हिडोलनों का भी आनंद लिया तो बच्चों ने भी जमकर मस्ती की। इसी क्रम में राधा-कृष्ण के रूप में सुसज्जित बच्चों के साथ अन्य प्रतिभागियों को समारोह के अतिथियों के करकमलों से पुरूस्कार भी प्रदान कराये गये। इस अवसर पर मुख्यातिथि श्रीमती रितु दुआ ने आयोजन की सराहना करते हुये कहा कि हिन्दुस्थान संगिनी क्लब का यह प्रयास सराहनीय है कि वह महिलाओं को एक मंच प्रदान कर रहा है तो वहीं विलुप्त होती परंपराओं को पुर्नजीवित करने प्रयासरत है। श्रीमती मनीषा मदान ने भी आयोजन की सराहना की तो श्रीमती सुशीला सिरोठिया ने क्लब की समस्त सदस्यों की जमकर तारीफ करते हुये कहा कि एक पवित्र उद्ेश्य को लेकर क्लब आगे बढ रहा है। इस अवसर पर झुलों का आनंद जहां महिलाओं ने उठाया तो वहीं राधा-कृष्ण के रूप में सुसज्जित बच्चों के साथ उपस्थित बच्चों के साथ ही गरीब,गली कुचों में कचडे एवं पनी को बीनकर अपने एवं अपने परिवार के उदरपोषण में लगे बच्चों ने भी जमकर हिस्सा लिया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती अलका मिश्रा एवं आभार श्रीमती कंचन असाटी ने किया।

अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण सेवा संघ की राष्ट्रीय कार्यकारणी बैठक की जलकिया ।

Popular News