
छोटे ग्रहों का नाम इन भार्इ-बहन के नाम पर रखा गया है। इंटेल इंटरनेशनल साइंस एंड इंजीनीयरींग फेयर ( आर्इएसर्इएफ) में दोनों अनोखे प्राजेक्ट इन्हें यह सम्मान मिला है। यह उपलबिध पाने वाले ये गुजरात के पहले सगे बहन -भार्इ है। हेतल ने वर्ष 2009 तो अंकुर को 2011मे अपना प्रोजेक्ट आर्इएसर्इएफ में रखने का अवसर मिला। आर्इएर्र्इएफ अमरीका में हर वर्ष होने वाली प्रतियोगिता है। इसमें विशव के 60 देशो के 1500 से अधिक वि़धार्थी हिस्सा लेते हैं। प्रतियोगिता के विजेता और रनर-अप रहने वाले प्रोजेक्ट निर्माता बच्चों के नाम पर ग्रहों के नाम रखे जाते हैं। इन वैष्णव भार्इ-बहन के अलावा देश के अन्य 14 मेधावी बच्चों को यह सम्मान मिल चुका है।