
वैष्णव समाज बांसवाड़ा के भवन का निर्माण उनकी देख रेख में पूरा हुवा था वे समाज के भवन के व्यवस्थापक थे समाज के सभी आयोजन उनकी देख रेख में संम्पन होते रहे हे वे परदे के पीछे के कर्मठ कार्यकर्त्ता थे उन्हों ने कभी पद प्रतिष्ठा की चाह नहीं रखी व निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करते रहे हे । व हसमुख स्वभाव के क्रांतिकारी विचार धरा वाले व्यक्ति थे वे सही को सही गलत को गलत कहने में विशवास रखते थे । उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी ।
- राजेन्द्र वैष्णव